
Neetu Pandey, नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के मुद्दे पर यूपी का रूख किया है. दिल्ली एसटीएफ ने बृजभूषण के करीबियों से बयान दर्ज किए हैं. जिसके बाद उनके बयानों ने आधार पर आगे की जांच की जाएगी. पुलिस अब तक 135 से भी ज्यादा लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है. उधऱ पहलवान लगातार आरोपी बृजभूषण को जेल भेजने की मांग पर अड़े हुए हैं.
बीतते वक्त के साथ पहलवानों का मुद्दा अब कई टर्न और ट्विस्ट लेता जा रहा है. पहलवानों को लेकर तरह तरह के दावे किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं. जिसको लेकर बीते दिन अफवाहों का बाजार गर्म रहा. बताया गया कि नाबालिग पीड़िता ने अपने बयान से पलट गई है. जिसके बाद साक्षी मलिक और बाकी रेसलर्स ने भी अपना आंदोलन वापस लेने की खबरें तूल पकड़ती दिखी. कहा गया कि सभी पहलवानों ने आंदोलन वापस ले लिए हैं.
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इन खबरों के थोड़ी देर बाद ही महिला पहलवानों ने सामने आकर सफाई दी. साक्षी मलिक ने ट्वीट करके इन खबरों को निराधार बताया. साक्षी ने ट्वीट करते हुए लिखा ये खबर बिलकुल ग़लत है, इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा, सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ, इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है, कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए.
साक्षी ने उन लोगों को भी जवाब दिया. जो रेलवे की नौकरी और मेडलों पर लगातार तंज कर रहे थे. साक्षी ने कहा कि हमारे मेडलों को 15 रूपये का बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गए हैं. लेकिन हमारी ज़िंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज़ है.अगर नौकरी इंसाफ़ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम दस सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएँगे. नौकरी का डर मत दिखाइए.
वहीं अब इस मामले में दिल्ली पुलिस ने भी एक्शन शुरू कर दिया है. दिल्ली पुलिस की एसटीएफ य़ौन शोषण के आरोपी बृजभूषण सिंह के गांव विश्नोहरपुर पहुंची. पुलिस ने यहां 12 लोगों के बयान दर्ज किए. जिनमें बृजभूषण सिंह के करीबी, रिश्तेदार, सुरक्षाकर्मी, परिजन और सहयोगी शामिल हैं. पुलिस ने इस सभी से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए हैं. इसके अलावा बाकी लोगों के नाम-पते और फोन नंबर भी दर्ज किए गए. जिसके बाद दिल्ली पुलिस वापस लौट गई. गौरतलब है कि पुलिस अब तक इस मामलें 130 से भी ज्यादा लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है.
आपको बता दें. दिल्ली पुलिस की SIT पहले भी इस मामले को लेकर गोंडा में लोगों के बयान रिकॉर्ड कर चुकी है. वह कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान बीजेपी सांसद पर लगे आरोपों की जांच कर रही है. पिछले लंबे समय से दिल्ली पुलिस की ये जांच जारी है. हालांकि पहलवान लगातार आरोपी को जेल भेजने की मांग पर अड़े हुए हैं. पहलवानों का ये भी आरोप है कि इतने गंभीर आरोप के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है. वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है.
फिलहाल, अभी तक इस मामले की तस्वीर कुछ साफ नहीं हो सकी है. क्योंकि पहलवानों के समर्थन में हो रही खाप पंचायतें किसी नतीजे तक नहीं पहुंची हैं. ऐसे में जितना इस मामले में बिलंब हो रहा है ये मामला उतना ही पेचीदा होता जा रहा है. क्योंकि पहलवान अपने आगे का रूख साफ नहीं कर रहे हैं. हालांकि पहलवान बार बार अपने एकजुट होने और लड़ाई को अंत तक लड़ने की बात बोल रहे हैं. उधर खेलमंत्री अनुराग ठाकुर भी साफ कर चुके हैं कि पुलिस की चार्जशीट के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी.