
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को घोषणा की कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा SIR की वजह से अस्पताल में भर्ती लोगों को 1-1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
सीएम ममता ने कहा कि इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों को मदद पहुंचाना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने इस अवसर पर कहा, SIR के कारण 40 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हमारी सरकार उनकी मदद के लिए तुरंत आर्थिक सहायता दे रही है।
BJP पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि BJP राज्य सरकारों में चुनाव के समय SIR लागू कर राजनीति कर रही है। उन्होंने पूछा कि जिन पड़ोसी राज्यों में भाजपा सत्ता में है वहां SIR क्यों नहीं लागू किया जा रहा है। ममता ने कहा कि बंगाल में SIR के नाम पर डिटेंशन कैंप बनाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन उनकी सरकार ऐसा कभी नहीं होने देगी। उन्होंने साफ किया कि बंगाल में कोई डिटेंशन कैंप नहीं बनेगा। भाजपा को मेरी बात ध्यान से सुननी चाहिए।
Murshidabad | West Bengal CM Mamata Banerjee says, "Due to SIR, 40 people have died. An ex-gratia amount of Rs 2 lakh has been announced. For those in the hospital, the amount is Rs 1 lakh... Just so that the State government could not function, SIR was declared just three months… pic.twitter.com/REgpQHbOMr
— ANI (@ANI) December 4, 2025
चुनावों को लेकर गंभीर आरोप
ममता बनर्जी ने कहा कि चुनावों से तीन माह पहले SIR लागू किया गया ताकि राज्य सरकार का काम प्रभावित हो सके। वे बताती हैं कि इस समय बंगाल, तमिलनाडु, केरल और असम में चुनाव होने हैं।
तमिलनाडु और केरल में SIR लागू किया गया क्योंकि वहां BJP सत्ता में नहीं है। पश्चिम बंगाल में भी SIR लागू किया गया क्योंकि यहां भी भाजपा सत्ता में नहीं है। उन्होंने भाजपा पर अल्पसंख्यक, मतुआ और राजबंशियों को भगाने का आरोप भी लगाया।
Saurabh Dwivedi







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