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- Sat, 21st Dec, 2024
Political Future of Shivraj-Vasundhara: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नए चेहरे लेकर आई है. जिसमें राजस्थान में भजन लाल शर्मा, मध्यप्रदेश में मोहन यादव और छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय को सीएम का तख्त सौंपा गया है. छत्तीसगढ़ में लगातार तीन बार सीएम रहे रमन सिंह को बीजेपी पार्टी ने विधानसभा स्पीकर की कुर्सी सौंपकर सेट कर दिया है, वहीं एक जमाने से एमपी की सत्ता पर रहे शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान में लगातार दो बार रही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पार्टी ने अभी तक कोई भी पद नही दिया है. जिसको लेकर कई बड़े सवाल उठ रहे है.
आखिर क्या फैसला करगी BJP?
दरअसल, वसुधरा राजे और शिवराज पार्टी के बड़े चेहरे है. हाल ही में हुऐ विधानसभा चुनाव में दोनों ही दिग्गजों ने पार्टी के लिए दिन रात एक किया है. इन दोनों नेताओं ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी का जमकर चुनाव प्रचार किया है. वहीं इन दोनों नेताओं को बीजेपी के ब्रह्मास्त्र रूप में भी देखा जाता है. विधानसभा चुनाव में पार्टी को शानदार जीत दिलाने में इन दोनों ही दिग्गजों की बेहद अहम भूमिका है. बता दें कि वसुधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान अटल-आडवाणी की टीम का हिस्सा रह चुके हैं. ऐसे वक्त में पार्टी ने इन्हें कोई भी पद नही दिया है. गौरतलब है कि पार्टी के लिए इतनी मशक्कत के बाद इन्हें दरकिनार करना मुश्किल होगा. अब यहां कई सवाल सामने आ रहे हैं, पार्टी में जिन चेहरों ने इतना बड़ा रोल अदा किया है. तो क्या पार्टी उन्हे ऐसे ही नजरअंदाज करेगी? दूसरा सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर अब इन दोनों नेताओं के भविष्य को लेकर भारतीय जनता पार्टी क्या फैसला करेगी?
क्या केंद्र में आएंगी वसुंधरा?
मौजूदा वक्त की अगर बात करें तो वसुंधरा राजे झालरापाटन से विधायक हैं और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. जिसके चलते उनका कद पार्टी में पहले से काफी बडा हो चुका है. लेकिन ऐसे वक्ता में उन्हें कोई दर्जा मिलना मुश्किल नजर आता है. हालांकि, हो सकता है कि 2024 में वसुंधरा राजे को सत्ता में बुलाने के लिए उनके बेटे की जगह पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाये इसके अलावा हो सकता है पार्टी उन्हें राज्यपाल बनाए जाने का मौका भी दे सकती है. खेर अब देखना यह है बीजेपी क्या फैसला लेती है.
शानदार जीत के पीछे था शिवराज सिंह का हाथ
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के लिए कडी मशक्कत की है. चुनाव में शिवराज ने पार्टी का जमकर चुनाव प्रचार किया. जिसके चलते विधानसभा चुनाव में पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है. प्रदेश में पार्टी दो-तिहाई बहुमत मिला है. 230 में से 160 से अधिक सीटें बीजेपी ने जीती हैं. वहीं कांग्रेस 65 सीटों पर ही सिमट गई. इस प्रचंड जीत के पीछे शिवराज सिंह चौहान की कड़ी मेहनत और उनकी योजनाओं का कमाल है. हालांकि इस मेहनत को पूरे देश ने देखा गया है. जब भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश में सीएम के नाम की घोषणा की तो शिवराज सिंह चौहान ने इस पर एक बयान दिया. इस बयान में उन्होंने कहा कि वे मध्य प्रदेश को छोड़कर कहीं नहीं जाएगें. उनका ये कहना था के साफ हो गया कि उन्हें केंद्र की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है. अब देखना यह है कि बीजेपी उन्हें प्रदेश में क्या जिम्मेदारी देगी.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.