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- Sat, 12th Oct, 2024
NEET पेपर लीक मामले में बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने जो दावा किया है उससे नया ट्विस्ट आ गया है. विजय सिन्हा ने कहा है कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के लिए पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम ने गेस्ट हाउस में कमरा बुक कराया था.
तेजस्वी के पीएस प्रीतम कुमार से जुड़ रही कड़ी - विजय सिन्हा
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि उन्होने मामले की विभागीय जांच कराई है. जांच में जो तथ्य निकल कर आए हैं उसके मुताबिक 1 मई को तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार ने आरसीडी कर्मचारी प्रदीप को सिकंदर के लिए एनएचएआई गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने के लिए बुलाया था.
उन्होंने कहा कि, 'सत्ता में रहते हैं तब भी नियुक्तियों में घोटाला करते हैं और सत्ता में नहीं होते हैं तब भी नियुक्ति को प्रभावित करने का खेल खेलते हैं. लोग कह रहे हैं कि प्रीतम कुमार, सिकंदर यादव का दूर का संबंधी है.' डिप्टी सीएम ने कहा कि यह भी जांच का विषय है और अधिकारी इसकी भी जांच करेंगे.
विजय सिन्हा ने कहा कि सीबीआई इस मामले में प्रीतम कुमार और तेजस्वी से पूछताछ करे तो स्पष्ट होगा कि पेपर लीक में किसका हाथ है.
विजय सिन्हा ने कहा कि, मंत्री जी के नाम पर प्रीतम ने जो कमरा बुक कराया वो तेजस्वी का नाम देकर कराया. उन्होने कहा कि पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद कोई नहीं बचेगा.
क्या है पूरा मामला ?
नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली. पता चला कि आरोपी जिस गेस्ट हाउस में ठहरे थे वहां के रजिस्टर में एक आरोपी ने अपने नाम के आगे मंत्री जी लिखवाया था.
मामले में गिरफ्तार अभ्यर्थी अनुराग यादव ने कबूल किया है कि पटना के NHAI गेस्ट हाउस में ठहरा था. यही वह कमरा था जिसे किसी मंत्री जी के नाम पर बुक किया गया था. अनुराग यादव ने माना है कि उसे नीट परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र और उसका उत्तर मिल गया था.
नीट पेपर लीक मामले में हर एक कैंडिडेट से 30 से 32 लाख रुपये लिए जाने की बात सामने आई है. कैंडिडेट्स को सरकारी गेस्ट हाउस में रुकवाया गया था. यहां कमरा नंबर 404 में छात्रों को परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्न पत्र देकर प्रश्नों के उत्तर भी रटवाए गए. बिहार पुलिस ने इस मामले में अबतक 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है,