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- Sat, 12th Oct, 2024
NEET पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को 21 जून तक की जांच रिपोर्ट सौंप दी है. EOU की टीम ने अब तक तफ्तीश में मिले तथ्यों के साथ-साथ सबूतों के बारे में भी डिटेल जानकारी दी है.
रिपोर्ट में जलाए गए नीट यूजी प्रश्न पत्र-बुकलेट और अभ्यर्थियों की तरफ से दिए गए पोस्ट डेटेड चेक का जिक्र भी किया गया है. इसके साथ ही मामले में अबतक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की तरफ से दिए गए इकबालिया बयानों की डिटेल्स भी दी गई है.
पुलिस ने अबतक पेपर लीक मामले में 4 परीक्षार्थियों सहित 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन सभी के बयानों की प्रति भी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को सौंपा गया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जांच टीम से रिपोर्ट मांगी थी.
जांच में रोज हो रहे नए खुलासे
NEET पेपर लीक मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है , नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब बिहार पुलिस संजीव मुखिया नाम के शख्स की सरगर्मी से तलाश कर रही है.
राज्य और राज्य के बाहर भी छापेमारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया ही पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड है. माना जा रहा है कि संजीव मुखिया के गिरफ्त में आने के बाद नेटवर्क की तह तक पहुंचने में काफी मदद मिलेगी.
नालंदा के रहने वाले संजीव मुखिया का नाम पहले भी इस तरह के कई मामलों में आ चुका है. उसपर साल 2010 से कई परीक्षाओं का पेपर लीक कराने के आरोप लगे हैं.
जांच टीम का मानना है कि लीक होने के बाद NEET का पेपर सबसे पहले संजीव मुखिया के पास ही पहुंचा. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि किसी प्रोफेसर ने संजीव मुखिया को मोबाइल पर नीट का पेपर भेजा था.