- 34ºc, Sunny
- Sat, 21st Dec, 2024
NEET 2024 को लेकर बड़ी खबर है. NTA ने सभी छात्रों को मिले ग्रेस मार्क्स को रद्द करने का फैसला किया है. इस फैसले का असर सिर्फ उन्ही छात्रों पर पड़ेगा जिन्हे ग्रेस मार्क्स मिले थे. यह जानकारी एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान दी है. इन सभी छात्रों को दोबारा परीक्षा देना पड़ेगा.
एनटीए ने कहा है कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले सभी 1563 छात्रों को 23 जून को दोबारा परीक्षा देना पड़ेगा. परीक्षा का रिजल्ट 30 से पहले आ सकता है. उसके बाद काउंसलिंग होगी.
एनटीए ने इन छात्रों को एक ऑप्शन भी दिया है . एनटीए ने कहा है कि ये छात्र री-नीट में शामिल हो सकते हैं या फिर बिना ग्रेस मार्क्स की मार्कशीट के साथ नीट यूजी की काउंसलिंग में शामिल हो सकते हैं.
कउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की अवकाश पीठ इस मामले की सुनवाई करते हुए फिर से कहा कि वह NEET-UG, 2024 की काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाएगा. पिछली सुनवाई में भी सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने मना कर दिया था और एनटीए के जवाब देने को कहा था.
NEET परीक्षा परिणाम को लेकर SC में कई याचिकाएं
NEET परीक्षा का परिणाम आने के बाद से ही हंगामा मचा हुआ है. रिजल्ट में अनियमितता का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई है. उनमें ग्रेस मार्क्स हटाने, फिर से परीक्षा कराने की मांग की गई है. परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने के भी आरोप लग रहे हैं. इस मामले को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में भी सुनवाई हुई है.
फिजिक्स वाला कोचिंग सेंटर के के सीईओ अलख पांडे ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में ग्रेस मार्क्स देने के एनटीए के फैसले पर सवाल उठाए थे. इसे मनमना बताते हुए उन्होने 20000 छात्रों की पिटीशन सुप्रीम कोर्ट में फाइल की. वहीं एक अन्य पक्ष की याचिका में पूरे परीक्षा परिणाम को रद्द करने और फिर से परीक्षा लेने की मांग की गई है.
एक अन्य याचिका नीट उम्मीदवार जरीपिति कार्तिक ने भी दायर की थी जिसमें परीक्षा के दौरान लॉस ऑफ टाइम की वजह से ग्रेस मार्क्स दिए जाने पर आपत्ति जताई गई है.. शिकायतकर्ताओं का कहना है कि ग्रेस मार्क्स 100 से 150 नंबर तक की दी गई थी, जिसकी वजह से कई बच्चे मेरिट लिस्ट से बाहर हो गए, जबकि जो मेरिट में आए उन्हें ज्यादा टॉपर की वजह से गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन पाना मुश्किल दिखाई दे रहा है.
NTA ने आरोपों पर रखा अपना पक्ष
NTA ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर तमाम आरोपों और सवालों का जवाब दिया है. एनटीए ने कहा है कि सिर्फ 1563 उम्मीदवारों को ही ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, क्योंकि परीक्षा शुरू होने में देरी हो गई . ग्रेस मार्क्स की वजह से दो उम्मीदवारों को 718 और 719 अंक प्राप्त हुए हैं. सिर्फ 1563 उम्मीदवारों को ही ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, क्योंकि परीक्षा शुरू होने में देरी हो गई .
इससे पहले भी एनटीए की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी गई थी. एनटीए की ओर से कहा गया था कि छात्रों को ग्रेस अंक देने से नतीजों या क्वालिफाइंग क्राइटेरिया पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. उन्होंने बताया कि यह मसला सिर्फ 1563 स्टूडेंट्स का है. पेपर 23 लाख से ज्यादा बच्चों ने दिया था. 4750 सेंटर की बजाय सिर्फ 6 सेंटर का मामला है
67 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर भी उठ रहे सवाल
NEET रिजल्ट जारी होने के बाद से 67 छात्रों को फुल मार्क्स मिलने पर सवाल उठाए जा रहा हैं. 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक प्राप्त हुए हैं. इनमें से 6 छात्र एक ही सेंटर के हैं.