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- Sat, 12th Oct, 2024
हरियाणा में काग्रेस नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू हैं और वह कांग्रेस विधायक दल की नेता भी रह चुकी हैं. वहीं किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी कांग्रेस पार्टी की पूर्व सांसद रही हैं. बंसीलाल कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं और उन्हे आधुनिक हरियाणा का निर्माता भी कहा जाता है.
बुधवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे बीजेपी दफ्तर में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में किरण चौधरी बीजेपी में शामिल हुईं.
किरण चौधरी ने बताई 40 साल बाद पार्टी छोड़ने की वजह
किरण चौधरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे अपने इस्तीफे में राज्य नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मिली जानकारी के मुताबिक किरण चौधरी ने कहा है कि, राज्य में पार्टी को व्यक्तिगत जागीर की तरह चलाया जा रहा है और इसमें मेरे जैसे ईमानदार लोगों के लिए कोई जगह नहीं है.
हालांकि किरण चौधरी ने किसी का नाम नहीं लिया है लेकिन माना जा रहा है कि उनका स्पष्ट इशारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरफ है.
किरण चौधरी ने आगे लिखा है कि मेरी आवाज दबाकर मुझे अपमानित किया गया. मेरे खिलाफ साजिश रची गई, हालांकि मेरा उद्देश्य हमेशा राज्य और देश के लोगों की सेवा करना रहा है.
कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए उन्होने लिखा है कि, ' मैं पिछले 4 दशकों से कांग्रेस पार्टी की एक वफादार सदस्य रही हूं. इन 40 सालों में मैंने पार्टी और लोगों के लिए जीवन समर्पित किया जिनका मैं प्रतिनिधित्व करती हूं. मैं आधुनिक हरियाणा के निर्माता बंसीलाल और मेरे स्वर्गीय पति चौधरी सुरेंद्र सिंह की समृद्ध विरासत का भी प्रतिनिधित्व करती हूं.'
किरण चौधरी की बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने भी हरियाणा कांग्रेस में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया.
मैं प्रधानमंत्री से प्रेरित हूं - किरण चौधरी
बीजेपी में शामिल होने के बाद किरण चौधरी ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से प्रेरित हूं, जिन्होंने देश के कल्याण के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं और भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया है. किरण चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत का संकल्प लिया है.. मुझे पूरा विश्वास है कि भारत दुनिया में चमकेगा.
पिछले लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी श्रुति चौधरी को भिवानी-महेंद्रगढ़ से टिकट ना दिए जाने से किरण चौधरी नाराज चल रही थीं. श्रुति का टिकट काटने के बावजूद कांग्रेस यह सीट नहीं जीत सकी.