- 34ºc, Sunny
- Sat, 12th Oct, 2024
यह राजस्थान को शर्मसार करने वाली और इंसानियत को दहला देने वाली खबर है. करौली जिले के टोडाभीम में दरिंदों ने पांचवी कक्षा में पढ़ने वाली 11 साल की एक मूक-बधिर बच्ची को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया. दरिंदगी ऐसे कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स को भी बुरी तरह से जला दिया. 11 दिनों तक नरक की यातना झेलने के बाद आखिरकार उस मासूम ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
मृतक बच्ची के पिता ने कहा कि पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की. मामला सामने आने के बाद से इलाके में हंगामा मचा हुआ है. लोगों में भारी गुस्सा है. यह गुस्सा सोशल मीडिया पर भी दिख रहा है जहां सरकार पर सवाल उठाते हुए लोग मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
पीड़ित पिता ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक बच्ची के पिता ने इस मामले में उप जिला कलेक्टर से मुलाकात की ओर उन्हे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम एक ज्ञापन सौंपा. उन्होने प्रशासन से दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाने की माम की. मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में मृतक बच्ची के पिता ने पुलिस के रवैये पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होने लिखा है, " , 'मैंने हिंडौन सिटी के नई मंडी पुलिस थाने में 11 मई 2024 को शिकायत दी थी और पुलिस को बताया था कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने मेरी बेटी को जिंदा जला दिया और उसे घर से कुछ दूरी पर जली हुई अवस्था में छोड़कर फरार हो गए हैं. इसके बाद हमनें इलाज के लिए बेटी को अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उसकी मौत हो गई. घटना के दौरान बदमाश व्यक्तियों ने मृतका के प्राइवेट पार्ट्स को भी बुरी तरह से जला दिया था. मगर पुलिस ने मेरी रिपोर्ट दर्ज नहीं की."
मृतक बालिका के पिता ने मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में अपनी बच्ची के साथ रेप की भी आशंका जताई है. पुलिस के काम करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए उन्होने लिखा है कि, "11 दिन बीत चुके हैं. लेकिन अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, और न ही कोई कानूनी कार्रवाई हुई है. मेरी बेटी इशारों में दोषियों की फोटो के जरिए पहचान कर थी. इसके बाद भी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया. एक्सपर्ट की मौजूदगी में मेरी बेटी के बयान दर्ज कराए गए. उक्त प्रकरण में भी नई मंडी पुलिस के द्वारा पूर्ण रूप से उदासीनता बर्ती गई."
करौली पुलिस ने रखा अपना पक्ष
टोडाभीम की घटना पर करौली पुलिस ने भी अपना पक्ष रखा है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर करौली पुलिस ने लिखा , "नई मंडी हिण्डौन थाना अन्तर्गत घटनाक्रम की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता से बालिका को अस्पताल पहुंचा कर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाई. बालिका के स्किन सैंपल एवं कपड़ों के सैंपल FSL परीक्षण के लिए भेजे गए हैं. साइंटिफिक एक्सपर्ट्स की राय के अनुसार प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा. बालिका के मूकबधिर होने के कारण साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की सहायता से उसके बयान दर्ज किए गए. प्रकरण में साक्ष्य-आधारित अनुसंधान किया जा रहा है. राजस्थान पुलिस इस प्रकरण की गुत्थी सुलझाने के लिए कटिबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इस घटना की संवेदनशीलता देखते हुए कोई भी अप्रामाणिक बात किसी के द्वारा सार्वजनिक मंच पर कहना उचित नहीं होगा. पुलिस वैज्ञानिक प्रणाली से निष्पक्ष अनुसंधान कर रही है और अतिशीघ्र ही घटनाक्रम की सच्चाई सामने आएगी."