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- Sat, 12th Oct, 2024
दिल्ली सीएम हाउस में राज्य सभा सांसद स्वाति मालीवाल से बदसलूकी मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व पीए विभव कुमार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. गुरुवार रात स्वाति मालीवाल की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली और उसके बाद दिल्ली एम्स में उनका मेडिकल चेकअप कराया गया. आज मेडिकल रिपोर्ट आने की संभावना है. बताया जा रहा है कि मेडिकल जांच के दौरान स्वाति मालीवाल का एक्स रे और सीटी स्कैन भी हुआ. जांच में उनके चेहरे पर अंदरूनी चोट की बात कही जा रही है परन्तु मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाएगी.
एफआईआर में लगाए गंभीर आरोप
स्वाति मालीवाल ने अपनी शिकायत में विभव कुमार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. पुलिस से अपनी शिकायत में उन्होने कहा है कि जब वो सीएम हाउस के ड्राइंग रूम में इंतजार कर रही थी तो विभव कुमार आए और बिना किसी उकसावे के गाली देना शुरू कर दिया. उसने मुझे बार-बार थप्पड़ भी मारे.स्वाति ने अपने बयान में कहा कि वो चिल्लाती रही और विभव से रुकने और जाने देने की विनती करती रही, लेकिन वह मेरे साथ मारपीट करता रहा. मालीवाल के बयान में कहा गया है कि विभव उनके चेहरे, छाती, पेट और शरीर के नीचले हिस्से पर वार किया और देख लेने की धमकी दी. इसके बाद वह किसी तरह भागने में सफल रही और कमरे से बाहर आकर पुलिस को मदद के लिए कॉल की.
पुलिस ने शुरू की जांच और विभव की तलाश
एफआईआर के बाद आरोपी विभव कुमार को पकड़ने के लिए पुलिस ने दबिश देना शुरू कर दिया है. क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की टीमें उनकी तलाश कर रही हैं. पुलिस की टीम बिभव कुमार को पकड़ने के लिए चंद्रावल नगर स्थित उनके घर गई थी. लेकिन वे नहीं मिले. बुधवार को विभव कुमार लखनऊ में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दिखे थे. केजरीवाल वहां इंडी गठबंधन की एक संयुक्त प्रेस कॉन्फेंस के लिए पहुंचे थे. इस दौरान अरविंद केजरीवाल से पत्रकारों ने घटना के बारे में पूछा लेकिन उन्होने चुप्पी साध ली. अबतक उनका कोई बयान नहीं आया है.
ऐसी खबरें भी आ रही है कि पुलिस मुख्यमंत्री आवास परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगालेगी. हालांकि इस बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
सोमवार की सुबह मामला तब सामने आया जब सिविल लाइंस थाने में एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें कॉलर ने सीएम केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर उनके पीएस बिभव कुमार पर मारपीट करने का आरोप लगाया. जांच में पाया गया कि जिस नंबर से कॉल की गई थी वह स्वाति मालीवाल के नाम से रजिस्टर्ड है. बाद में स्वाति मालीवाल खुद भी थाना पहुंची परन्तु तब उन्होने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई थी. मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया और पुलिस से एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी. इसके बाद गुरुवार को पुलिस अधिकारी स्वाति मालीवाल के घर पहुंचे और उनका बयान दर्ज किया.