
Payal Gaming MMS Video Update : बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि 25 साल की Payal Dhare का MMS Video Leak हो गया है। जिसको लेकर अब बड़ा अपडेट सामने आया है। महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने साफ तौर पर कन्फर्म कर दिया है कि यह वीडियो डीपफेक (Deepfake Video) है और इसे AI तकनीक की मदद से फर्जी तरीके से बनाया गया है।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि वीडियो का मकसद Payal Dhare उर्फ Payal Gaming की छवि को बेकार करना था। अब जब सच्चाई सामने आ चुकी है, तो वायरल वीडियो बनाने और फैलाने वालों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। इस मामले में पुलिस जल्द ही दोषियों की पहचान कर धरपकड़ कर सकती है।
साइबर जांच में हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
महाराष्ट्र साइबर विभाग द्वारा जारी प्रमाणपत्र में साफ तौर पर कहा है कि वायरल वीडियो में दिखने वाली महिला पायल धारे नहीं हैं। साइबर फॉरेंसिक जांच में यह साबित हुआ कि किसी ने पायल की तस्वीरों को गलत तरीके से मॉर्फ कर वीडियो तैयार किया। यह काम जानबूझकर बदनाम करने की नीयत से किया गया था। जांच में महाराष्ट्र साइबर के पास उपलब्ध आधुनिक तकनीक और टूल्स का इस्तेमाल किया गया, जिससे सच्चाई सामने आई।
पायल गेमिंग ने जताया महाराष्ट्र साइबर पर भरोसा
इस पूरे मामले के बाद पायल धारे ने महाराष्ट्र साइबर पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस का खुलकर धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र साइबर विभाग के प्रमुख और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी यशस्वी यादव से मुलाकात की और विभाग की तेज़, प्रोफेशनल और प्रभावी कार्रवाई के लिए आभार जताया।
पायल ने कहा कि इस आधिकारिक प्रमाण के बाद अब यह पूरी तरह साफ हो गया है कि वायरल वीडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है और सच्चाई सामने आ चुकी है।
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अब वीडियो शेयर करना बनेगा अपराध
पायल धारे ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अब इस वीडियो को शेयर करना, फैलाना या इससे जुड़ा कोई भी झूठा आरोप लगाना कानूनी अपराध होगा। उन्होंने कहा कि इस साजिश के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उन्हें कानून के तहत पहचाना जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सच, सम्मान और मजबूती के साथ आगे बढ़ने का संदेश
पायल ने कहा कि इस पूरे मामले में महाराष्ट्र साइबर की गंभीरता और प्रतिबद्धता देखकर उनका सिस्टम पर भरोसा और मजबूत हुआ है। उन्होंने अपने समर्थकों और शुभचिंतकों का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने इस मुश्किल समय में उनका साथ दिया।
अंत में पायल धारे ने कहा कि वह सच के साथ खड़ी हैं, सम्मान के रास्ते पर चल रही हैं और इस घटना से और मजबूत होकर आगे बढ़ेंगी। यह मामला डिजिटल दुनिया में सच और सम्मान की रक्षा का एक अहम उदाहरण बनकर सामने आया है।
Saurabh Dwivedi

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