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पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। शनिवार को शमशेरगंज में उपद्रवियों ने घर में घुसकर एक व्यक्ति और उसके बेटे की धारदार हथियार से हत्या कर दी। वहीं शुक्रवार को गोली लगने से घायल एक 14 वर्षीय किशोर की इलाज के दौरान मौत हो गई।
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हिंसा में 15 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हालात बिगड़ते देख कलकत्ता हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा, "हम आंखें मूंदकर नहीं बैठ सकते।" कोर्ट के आदेश पर हिंसाग्रस्त इलाकों में 1600 पैरामिलिट्री जवानों की तैनाती का निर्णय लिया गया है। पहले से मौजूद 300 बीएसएफ जवानों के अलावा केंद्र सरकार ने बीएसएफ की पांच अतिरिक्त कंपनियां भी भेजी हैं।
डीजीपी ने खुद संभाला मोर्चा
राज्य के डीजीपी राजीव कुमार ने शनिवार को मुर्शिदाबाद पहुंचकर हालात का जायजा लिया उन्होंने चेतावनी दी कि कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पूरे इलाके में पुलिस और केंद्रीय बलों द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। गृह मंत्रालय ने भी इस पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को जरूरी निर्देश दिए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और गिरफ्तारियां
इस हिंसा को लेकर बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने हाईकोर्ट और केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि ममता सरकार के खिलाफ एक बार फिर आंदोलन छेड़ा जाएगा। पुलिस अब तक 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
Published By- Anjali Mishra