
कल देश के लिए ऐतिहासिक दिन है। 9 महीने से ज्यादा समय से अंतरिक्ष में फंसी हुई एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स का धरती पर वापसी का इंतजार लोग बेसब्री से कर रहे थे। आखिर कार उस शुभ घडी का इंतजार आज खत्म हो गया। कल भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स पिछले 9 महीने से ज्यादा समय से अंतरिक्ष में फंसी हुई थीं. तो वही उनके धरती पर लौटने के बाद परिवार में खासा उत्साह है. गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाले सुनीता के चचेरे भाई दिनेश रावल ने कहा कि वो दुनिया की सेवा करने के लिए इस मिशन पर जाने के लिए दृढ़ थीं. हालांकि, उन्हें अपनी उड़ान और अन्य चीजों में समस्याओं का सामना करना पड़ा.
आपको बता दें भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स की घर वापसी का सफर रोमांचक रहा उन्होंने कल सुबह 10.30 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से धरती के लिए उड़ान भरी. उनका स्पेसक्राफ्ट SpaceX ड्रैगन बुधवार सुबह 3.27 बजे लैंड किया. पूरी दुनिया सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रही थी. इस बीच उनकी वापसी से पहले सुनीता विलियम्स को लिखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खत सामने आया है.
पीएम मोदी ने भी लिखी खास चिट्ठी
बता दें पीएम मोदी ने एक मार्च को सुनीता विलियम्स को यह चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने इस खत में सुनीता की सुरक्षित वापसी की कामना करते हुए उन्हें भारत की बेटी बताया है. प्रधानमंत्री ने यह खत प्रख्यात अंतरिक्षयात्री माइक मैसिमिनो के जरिए सुनीता विलियम्स को भेजा था. इस खत को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शेयर किया है.
सुनीता विलियम्स के नाम इस चिट्ठी में पीएम मोदी ने लिखा है कि मैं भारत के लोगों की ओर से आपको शुभकामनाएं देता हूं. आज एक कार्यक्रम में मेरी मुलाकात प्रख्यात अंतरिक्षयात्री माइक मैसिमिनो से हुई. उनसे बातचीत के दौरान आपका जिक्र हुआ और हमने इस पर चर्चा की कि हमें आप पर और आपके काम पर गर्व है. इस बातचीत के बाद मैं खुद को आपको यह पत्र लिखने से रोक नहीं पाया. जब अमेरिकी दौरों के दौरान मेरी राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति बाइडेन से मुलाकातें हुईं तो मैंने आपका कुशलक्षेम उनसे पूछा था।
सुनीता के परिवार में खुशी की लहर
बरहाल वही दूसरी तरफ उनके धरती पर लौटने की जानकारी मिलते ही परिवार में खासा उत्साह है. गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाले सुनीता के चचेरे भाई दिनेश रावल ने कहा कि वो दुनिया की सेवा करने के लिए इस मिशन पर जाने के लिए दृढ़ थीं. हालांकि, उन्हें अपनी उड़ान और अन्य चीजों में समस्याओं का सामना करना पड़ा. दिनेश रावल ने कहा, अंतरिक्ष मिशन के दौरान उसके फंस जाने की खबर से पूरा परिवार परेशान था. हम और गांव के लोग उसकी वापसी की उम्मीद और प्रार्थना कर रहे थे.
सुबह 10:35 बजे स्पेस स्टेशन से अलग हुआ था सुनीता का यान
आपको बता दें सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में मौजूद क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी 18 मार्च को स्पेस स्टेशन से रवाना हुए। चारों एस्ट्रोनॉट के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सवार होने के बाद सुबह 08:35 बजे इस स्पेसक्राफ्ट का हैच यानी, दरवाजा बंद हुआ और 10:35 बजे स्पेसक्राफ्ट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अलग हुआ। यह 19 मार्च को सुबह लगभग 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड हुआ।
- सुहानी सिंह