
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: राजस्थान के हनुमानगढ़ में सोमवार 8 मई को सुबह एक बड़ा हादसा हो गया है. भारतीय वायुसेना (IAF) का मिग-21 लड़ाकू विमान (MIG-21) आज सुबह क्रैश हो गया है. वायुसेना मिग-21 क्रैश होने के बाद रिहायशी इलाके में जा गिरी. जिसके चलते इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और वहीं पायलट ने पैराशूट की मदद से विमान से कूदकर अपनी जान बचाई.
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विमान ने सूरतगढ़ से उड़ान भरी थी. एयरक्राफ्ट एक मकान पर जा गिरा. घटना की सूचना पाते ही वहां लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए. वहीं घटना को लेकर स्थानीय पुलिस का कहना है कि पायलट को एयरलिफ्ट किया गया है. पायलट के लिए वायुसेना का एमआई 17 भेजा गया है. दोनों पायलट खुद को सुरक्षित निकालने में सफल रहे. हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरु कर दी गई है.
घटनास्थल पर परिजन प्रशासन के लोगों को शव नहीं उठाने दे रहे हैं, परिजनों ने प्रशासन का विरोध जताते हुए लिखित मुआवजे की मांग की है. उनका कहना है कि मौके पर वादा करके अधिकारी निकल जाते है, हमें जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, हमें जब तक मुआवजे का लिखित में भरोसा नहीं मिलता, हम शव को नहीं उठाने नहीं देंगे.
ये पहली बार नहीं है जब ऐसा हुआ है, इससे पहले भी कई बार ऐसे हादसे हो चुके है. जुलाई 2022 में राजस्थान के बाड़मेर के पास एक ट्रेनिंग उड़ान के दौरान मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हादसे में भारतीय वायु सेना (IAF) के दो पायलट शहीद हो गए थे.
मिग-21 क्रैश होने की आज की घटना ने एक बार फिर सोवियत मूल के मिग-21 विमानों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. भारतीय वायुसेना के बेड़े में मिग-21 विमान 1960 के दशक की शुरुआत में शामिल हुए थे और 2022 तक मिग-21 विमान से करीब 200 दुर्घटनाएं हो चुकी है.



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