
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: NCP प्रमुख शरद पवार के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है. नेताओं की बैठकों का दौर जारी है. हर कोई पवार से इस्तीफा वापस लेने की अपील कर रहा है. लेकिन बीजेपी ने इस मामले में संजय राउत को घसीट लिया है. बीजेपी नेता नितेश राणे ने पवार के इस्तीफे को संजय राउत की साजिश बता दिया है.
एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र की सियासत में हलचल तेज हो गई है. इस्तीफे के बाद से ही पार्टी के कार्यकर्ता मायूस हैं. इसकी गवाही खुद ये तस्वीरें दे रहीं हैं. क्योंकि कार्यकर्ताओं ने जैसे ही उनके इस्तीफे की बात सुनी तो फूट फूट कर रोने लगे और इस्तीफा वापस लेने की मांग पर अड़ गये हैं.
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नेताओं की बैठकों का दौर जारी है कि आखिर शरद पवार को इस्तीफा वापस लेने पर मनाया जा सके. लेकिन अगर वे नहीं मानें तो पार्टी की कमान आखिर किसके हाथ में रहेगी. सूत्रों के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष की कमान शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को मिल सकती है. वहीं महाराष्ट्र की जिम्मेदारी उनके भतीजे अजीत पवार को सौंपी जा सकती है.
लेकिन इस सियासी उठापटक के बीच बीजेपी को शिवसेना के उद्धव गुट के नेता संजय राउत पर हमला बोलने का एक मौका मिल गया है. बीजेपी ने संजय राउत को पवार फैमिली में फूट की वजह बता दिया है. बीजेपी नेता नितेश राणे ने कहा कि पवार के इस्तीफे से साफ हो गया है कि राउत का एजेंडा पूरा हो गया है. इस्तीफे के बाद राउत उनसे मिलने तक नहीं गये.
राणे ने तो उन्हें शकुनि तक बोल दिया. राणे ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में शकुनि मामा की एंट्री हो गई है. संजय राउत आज के जमाने के शकुनि मामा हैं. राउत का जो काम था वह उन्होंने पूरा कर लिया है. उन्होंने ही राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच भी आग लगाने का काम किया था. दरअसल राउत ने उनके इस्तीफे को पार्टी का अंदरूनी विषय बताया था. उन्होंने कहा था कि ये उनका भीतरी मामला है.
बहरहाल, पवार के इस्तीफे से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आया हुआ है. हर कोई पवार को मनाने मे जुटा हुआ हैं. लेकिन इस मौके को बीजेपी भी एक अवसर के तौर पर देख रही है. क्योंकि NCP के आलाकमान का हर कदम महाराष्ट्र की नीति और नियति तय करने में अहम भूमिका निभायेगा.