
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: जम्मू- कश्मीर में जी-20 बैठक से पहले पड़ोसी देश पाकिस्तान कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है. खुफियां एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तान की कोशिश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर को आतंकवाद के नाम पर अटेंशन दिलाने की है. आपको बताते है क्या है पूरा मामला?
कहा जाता है कि अपने दुख से कोई दुखी नहीं है, सब दूसरों की खुशियों से दुखी होते हैं. कुछ यही हाल आज पड़ोसी देश पाकिस्तान का हो गया है. आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान को अब भारत को मिली जी-20 की अध्यक्षता रास नहीं आ रही है. यही कारण है कि वो आगामी 23 और 24 मई को जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी-20 देशों की बैठकों से पहले कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में लगा है.
बता दें कि भारत ने जम्मू- कश्मीर से धारा-370 हटने के बाद आतंकियों के खात्में के लिए ऑपरेशन ऑल आउट चला रखा है. जिसके कमान सेना की यूनिट राष्ट्रीय राइफल्स ने संभाल रखी है, और 20 अप्रैल को हुए पूंछ जिले में आतंकवादियों ने इसी यूनिट के जवानों को निशाना बनाते हुए सेना के ट्रक पर फायरिंग की और उनपर ग्रेनेड भी फेंके. इस आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद सेना के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाकर कई आतंवादियों को पकड़ लिया.
वहीं अब खुफियां एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तान भारत में और ज्यादा वारदातों को अंजाम दे सकता है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने सीमावर्ती इलाकों में लॉन्चिंग पैड लगाए है. जिससे वो जी-20 बैठक से पहले प्रदेश में खौफ का माहौल बना सके. जी- 20 सम्मेलन को रद्द कराने के लिए पाकिस्तान भारत मे टैरिरिस्ट एक्टिविटी बढ़ाने का काम कर रहा है. पाकिस्तान की पूरी कोशिश है कि बैठक के पहले और बैठक के दौरान किसी बड़ी वारदात को अंजाम दिया जाए, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर को आतंकवाद के नाम पर अटेंशन मिल सके.
फाइनल वीओ-जी-20 को सफल बनाने के लिए अब भारतीय सेना पहले से ज्यादा सचेत नजर आ रही है. जम्मू- काश्मीर में हर संदिग्ध चीज पर पैनी नजर रखी जा रही है. खुफिया एजेंसियां लगातार सेना के साथ कॉरडिनेट कर रही है. गृह मंत्रालय की कार्यक्रम के आयोजन पर पैनी नजर है. पाकिस्तान की गीदड़ भभकी के बीच सेना की सुरक्षा में जी-20 का आयोजन भी होगा. औऱ कश्मीर से आंतक का सफाया भी होगा.