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जब से भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर बने है तब से टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। जानकारी के मुताबिक हाल ही में टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-2 से हार का समाना करना पड़ा था। तब से गौतम गंभीर की कोचिंग शैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि उन्हें टेस्ट टीम के कोच के पद से हटाया जा सकता है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खबर आई कि बीसीसीआई ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज VVS लक्ष्मण से रेड-बॉल टीम के हेड कोच पद को लेकर “अनौपचारिक बातचीत” की है। हालांकि, अब बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इन अटकलों को पूरी तरह खारिज कर दिया है और साफ कहा है कि बोर्ड का भरोसा पूरी तरह से मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर पर बना हुआ है।
BCCI का साफ संदेश: कोई बातचीत नहीं हुई
कुछ निजी मीडिया चैनल के मुताबिक, बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा, “हमने वीवीएस लक्ष्मण से न तो आधिकारिक और न ही अनौपचारिक तौर पर कोई बात की है। गौतम गंभीर पर बीसीसीआई का पूरा विश्वास है और इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई है।” इस बयान के बाद कोच बदलने की अटकलों पर फिलहाल विराम लग गया है।
पहले भी कोच पद के लिए नाम आ चुका है
यह पहली बार नहीं है जब वीवीएस लक्ष्मण का नाम हेड कोच पद से जुड़ा हो। पिछले साल राहुल द्रविड़ का कार्यकाल खत्म होने के दौरान भी लक्ष्मण को इस भूमिका के लिए विकल्प के तौर पर देखा गया था। लेकिन उस समय लक्ष्मण ने यह कहते हुए प्रस्ताव ठुकरा दिया था कि वह बेंगलुरु स्थित BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हेड ऑफ क्रिकेट की अपनी भूमिका से संतुष्ट हैं।
गंभीर के कार्यकाल की उपलब्धियां
गौतम गंभीर के कोच रहते भारत ने व्हाइट-बॉल क्रिकेट में अच्छी सफलता हासिल की है। उनके कार्यकाल में टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती और सितंबर में पुरुष टी20 एशिया कप का खिताब भी अपने नाम किया। खुद गंभीर ने भी हाल ही में कहा था कि उनके नेतृत्व में टीम ने सीमित ओवरों के प्रारूप में मजबूत प्रदर्शन किया है।
टेस्ट क्रिकेट को लेकर चिंता
हालांकि, रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि बीसीसीआई टेस्ट क्रिकेट में टीम के प्रदर्शन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है। भारत इस समय वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025–27 की अंक तालिका में छठे स्थान पर है और अभी नौ मुकाबले बाकी हैं। ऐसे में रेड-बॉल क्रिकेट में सुधार की जरूरत मानी जा रही है।
2027 तक का करार, लेकिन नजरें भविष्य पर
गौतम गंभीर का कोचिंग कॉन्ट्रैक्ट 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर आने वाले टी20 वर्ल्ड कप में टीम का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता, तो बोर्ड भविष्य में इस पर दोबारा विचार कर सकता है। बीसीसीआई आमतौर पर “रुको और देखो” की नीति अपनाता है और बड़े फैसले सोच-समझकर लेता है।
Saurabh Dwivedi



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