
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और महायुति गठबंधन का दबदबा देखने को मिला है। रविवार को घोषित हुए नगर निकाय चुनाव नतीजों में BJP ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए खुद को सबसे बड़ी पार्टी साबित किया है। 288 नगर परिषद और पंचायत सीटो के नतीजों में महायुति गठबंधन ने 214 सीटो पर जीत दर्जी की। हालांकि अभी भी काउंटिग जारी है। अंतिम रिजल्ट कुछ देर में सामने आ जाएगा।
महायुति गठबंधन में भाजपा 120 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। गठबंधन के सहयोगी दलों में एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 57 सीटें मिली हैं, जबकि अजित पवार गुट की एनसीपी ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की है।
वहीं विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी का प्रदर्शन कमजोर रहा और उसे कुल 51 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। इसमें कांग्रेस को 31 सीटें, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) को 10 सीटें और शरद पवार गुट की एनसीपी को भी सिर्फ 10 सीटें मिलीं। इसके अलावा 22 सीटें अन्य दलों और स्थानीय गठबंधनों के खाते में गईं, जिन्होंने अलग-अलग जगहों पर स्थानीय अघाड़ी (लोकल अलायंस) बनाकर चुनाव लड़ा था।
पॉजिटिव राजनीति का मिला फायदा: फडणवीस
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बार उन्होंने पूरी तरह सकारात्मक प्रचार किया। उन्होंने न तो किसी नेता की आलोचना की और न ही आरोप-प्रत्यारोप में पड़े। फडणवीस के मुताबिक, उन्होंने केवल सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों को जनता के सामने रखा, जिसे लोगों ने मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सकारात्मक सोच और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के भरोसे का परिणाम है।
भाजपा ने बनाया नया रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री ने बताया कि लोकल बॉडी चुनावों में भाजपा ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। करीब 48 प्रतिशत पार्षद भाजपा के सिंबल पर जीते हैं और 129 नगर परिषदों में पार्टी के उम्मीदवार अध्यक्ष बने हैं। उन्होंने महायुति गठबंधन की इस सफलता का श्रेय मजबूत संगठन और सरकार के विकास एजेंडे को दिया।
महायुति की जीत, विपक्ष का कमजोर प्रदर्शन
दो चरणों में हुए 286 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों में महायुति गठबंधन ने बड़ी बढ़त हासिल की। इसके मुकाबले विपक्षी महाविकास अघाड़ी का प्रदर्शन कमजोर रहा और वह सीमित सीटों पर ही सिमट गई।
कांग्रेस का तंज, चुनाव निकाय पर सवाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने जीतने वाले कांग्रेस उम्मीदवारों को बधाई दी, लेकिन साथ ही तंज कसते हुए कहा कि सत्ताधारी महायुति को “मदद” करने के लिए राज्य चुनाव निकाय को भी बधाई दी जानी चाहिए।
ईवीएम और पैसे पर विपक्ष के आरोप
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने महायुति की जीत के लिए ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया। उनका कहना था कि विपक्ष सत्ताधारी दलों की “पैसे की बारिश” का मुकाबला नहीं कर सका। वहीं, पार्टी नेता अंबादास दानवे ने भी आरोप लगाया कि चुनाव में पैसे और बाहुबल का इस्तेमाल हुआ, जिसकी वजह से महायुति को ज्यादा सीटें मिलीं।
Saurabh Dwivedi




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