ठंड के मौसम में स्किन की नमी जल्दी कम हो जाती है, और खासकर पैरों की एड़ियों पर इसका असर सबसे पहले दिखता है। एड़ियों की स्किन मोटी होती है और जब नमी कम होती है, तो ये फटने लगती हैं। शुरू में यह सिर्फ सूखापन लगता है, लेकिन अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो दरारें बढ़ जाती हैं, चलने-फिरने में दर्द होता है और कभी-कभी खून भी निकल सकता है।
अच्छी खबर यह है कि घर पर ही कुछ आसान उपायों से एड़ियों की देखभाल की जा सकती है और इन्हें मुलायम, साफ और सुंदर बनाया जा सकता है।
एड़ियों को साफ और नरम बनाना
सबसे पहले एड़ियों को अच्छे से साफ करना जरूरी है। इसके लिए हल्के गुनगुने पानी में थोड़ा नमक मिलाकर पैरों को 10-15 मिनट भिगोएं। इससे मृत और सख्त स्किन नरम हो जाती है। फिर हल्के हाथों से प्यूमिक स्टोन या ब्रश से रगड़ें। यह तरीका न केवल सूखापन कम करता है, बल्कि पैरों को आराम भी देता है।
नारियल तेल से मॉइस्चराइज करें
नारियल तेल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है। रात को सोने से पहले पैरों को धोकर सुखाएँ और फिर एड़ियों पर 5 मिनट तक नारियल तेल की मालिश करें। यह स्किन की गहराई तक नमी पहुंचाता है और फटी दरारों को भरने में मदद करता है। नियमित इस्तेमाल से एड़ियां जल्दी मुलायम हो जाती हैं।
नींबू और वैसलीन का मिश्रण
नींबू में प्राकृतिक एसिड होता है जो मृत स्किन को हटाता है, वहीं वैसलीन पैरों को कोमल बनाती है। एक चम्मच वैसलीन में कुछ बूंदें नींबू का रस मिलाएं और रात को एड़ियों पर लगाकर मोजे पहन लें। यह मिश्रण रातभर स्किन को पोषण देता है और दरारें भरने में मदद करता है।
ग्लिसरीन और गुलाबजल
ग्लिसरीन और गुलाबजल का मिश्रण पुराने समय से उपयोग में है और आज भी बेहद प्रभावी है। दो चम्मच ग्लिसरीन में एक चम्मच गुलाबजल मिलाएं और एड़ियों पर लगाएं। ग्लिसरीन स्किन में नमी बनाए रखता है और गुलाबजल ठंडक और नरमाई प्रदान करता है। अगर एड़ियां बहुत फटी हों, तो इसे रोजाना लगाएं।
पका केला- नेचुरल मॉइस्चराइजर
पके केले को मैश करके पेस्ट बनाएं और एड़ियों पर 15–20 मिनट तक लगाएं, फिर गुनगुने पानी से धो लें। केले में मौजूद विटामिन्स स्किन को नरम और चिकना बनाते हैं। कुछ ही दिनों में आप फर्क महसूस करेंगे।
पैरों को अच्छी तरह सुखाना
पैर धोने या नहाने के बाद इन्हें पूरी तरह सुखाना बेहद जरूरी है। गीले पैरों पर एड़ियां और जल्दी फटने लगती हैं। साफ-सुथरे और सूखे पैर एड़ियों की फटने की समस्या को काफी हद तक कम कर देते हैं।
-Shraddha Mishra
