प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अपना खाता ही नहीं खोल पाई। पार्टी ने शनिवार को चुनावी हार पर अपनी प्रतिक्रिया दी। जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा, "हम चुनावी नतीजों से निराश हैं, लेकिन परेशान नहीं हैं। हम एक भी सीट नहीं जीत पाए, फिर भी एनडीए सरकार का विरोध करते रहेंगे।" उन्होंने ये भी कहा कि हम बिहार की जनता के लिए एक बेहतर विकल्प में कामयाब नहीं हो सके इस वजह से वोटर राष्ट्रीय जनता दल से डरकर एनडीए की तरफ चले गए और उन्हें वोट किया।
हालांकि प्रशांत किशोर की राजनीति छोड़ने के सवाल पर पार्टी ने चुप्पी साध ली। जब उदय सिंह से पूछा गया कि क्या प्रशांत किशोर राजनीति छोड़ेंगे, तो उदय सिंह ने कहा, "यह सवाल आपको उन्हीं से ही पूछना चाहिए।" बता दें कि चुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि अगर जदयू 25 से अधिक सीटें जीतती है, तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
'राजद की वापसी नहीं चाहते थे बिहार के लोग'
उदय सिंह ने यह भी कहा कि बिहार के लोग राजद की वापसी नहीं चाहते थे, और इस जनादेश से यह साबित हो गया। उन्होंने कहा, "एनडीए की जीत में महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की गई रकम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।" उनका इशारा मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की ओर था, जिसके तहत राज्य सरकार ने चुनाव से पहले महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये भेजे थे।
जन सुराज के नेता ने आरोप लगाया कि यह कदम चुनाव से पहले लोगों को रिश्वत देने का एक तरीका था और वोट खरीदने की कोशिश की गई। साथ ही उदय सिंह ने यह भी सवाल उठाया कि राज्य सरकार अब कैसे अपने वादे के मुताबिक महिलाओं के खातों में 2 लाख रुपये ट्रांसफर करेगी, जैसा कि पहले घोषणा की गई थी।
जदयू को मिली 85 सीटें
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA ने 202 सीटों पर बड़ी जीत हासिल की। इसमें बीजेपी 89 सीटों पर, जदयू 85 सीटों पर, एलजेपी (आरवी) 19 सीटों पर, हम 5 सीटों पर और रालोमो ने 4 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की। वहीं, महागठबंधन को केवल 35 सीटों पर जीत मिली जिसमें से 25 सीटें आरजेडी, 6 सीटें कांग्रेस, 2 सीटें सीपीआई (माले) और 1-1 सीट सीपीएम व आईआईपी पाले में आई। वहीं, इस चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल पाई।
-Shraddha Mishra



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