
हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद, करतारपुर कॉरिडोर अभी भी पाकिस्तानी श्रद्धालुओं के खुला हुआ है। दरसल, भारत के कड़े कदम उठाने के बाद पाकिस्तान नें भी कुछ कदम उठाए थे जिसमें उसने अटारी बॉर्डर पूरी तरह से बंद करने के आदेश दिए थे, लेकिन वहीं करतारपुर कॉरिडोर को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए खुला रखा गया है, जबकि अटारी में चेक पोस्ट बंद कर दिए गए हैं।
पाक श्रद्धालुओं के लिए खुला कॉरिडोर
करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ता है , जो सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक देव का अंतिम विश्राम स्थल है, वीजा-मुक्त 4.7 किलोमीटर लंबा गलियारा भारत की सीमा को पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है, यह 2019 में चालू हुआ था।
जम्मू- कश्मीर में फिर से नरसंहार
आतंकी हमले के बाद, केंद्र सरकार ने कई कूटनीतिक उपायों की घोषणा की, जैसे अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) को बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) को निलंबित करना, उन्हें अपने देश लौटने के लिए 40 घंटे का समय देना और दोनों तरफ के उच्चायोगों में अधिकारियों की संख्या कम करना। भारत ने पहलगाम हमले के मद्देनजर 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि को भी रोक दिया। आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घास के मैदान में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए ।
Published By: Tulsi Tiwari