
वफ्फ विधेयक को लेकर पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद जिले में रुक रुक कर हिंसा भड़क जा रही है। वहीं कल भी वक्फ (संशोधन) अधिनियम का विरोध करने वाले प्रदर्शनों के दौरान हिंसक हो गई, जिसके बाद भीड़ को पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तितर-बितर कर दिया। उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ियों तक को नहीं छोड़ा और उन्हें आग के हवाले कर दिया। वहीं अब पश्चिम बंगाल पुलिस ने आज शनिवार को घोषणा की कि मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर के सुती और समसेरगंज इलाकों में स्थिति अब नियंत्रण में है।
BJP अध्यक्ष ने लगाया पुलिस पर ये आरोप
मुर्शिदाबाद हिंसा पर केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा, "पुलिस कुछ नहीं कर रही है, ममता बनर्जी के निर्देश पर पुलिस चुपचाप बैठी है और ममता बनर्जी यहां बांग्लादेश बनाने की कोशिश कर रही हैं। हिंदुओं को डराने की कोशिश हो रही है। हिंदू समाज हज़ारों सालों से लड़ता आया है और लड़ेगा। दिल्ली से सारी बातचीत हो रही है। गृह मंत्री जी को सब मालूम है।"
स्थिति नियंत्रण में
पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक्स को बताया, "जंगीपुर के सुती और समसेरगंज इलाकों में स्थिति अब नियंत्रण में है। पुलिस की प्रभावी कार्रवाई से बेकाबू भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य हो गया है। हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। गलत सूचना फैलाने की कोशिश करने वाले अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांत रहें।"
उपद्रवियों पर सरकार सख्त
सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद शनिवार को जंगीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, प्रदर्शन वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में थे, लेकिन अब स्थिति स्थिर हो गई है। शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को राज्य के कई इलाकों में उपद्रव के लिए जिम्मेदार उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया, जिसमें अमतला, सुती, धुलियान और मुर्शिदाबाद और उत्तर 24 परगना के अन्य स्थान शामिल हैं।
इन संगठनों ने किया प्रदर्शन
इसी तरह सिलीगुड़ी में एक मुस्लिम संगठन ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एक प्रदर्शनकारी ने केंद्र सरकार से इस अधिनियम को निरस्त करने का आग्रह किया। इससे पहले, आलिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने शुक्रवार को कोलकाता में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
वक्फ (संशोधन) विधेयक अब कानून
वक्फ (संशोधन) विधेयक को क्रमशः 2 और 3 अप्रैल को लोकसभा और राज्यसभा में पेश किया गया था। इसे दोनों सदनों में पारित किया गया और बाद में राष्ट्रपति की सहमति प्राप्त हुई, जिसके बाद यह एक कानून बन गया। 5 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को अपनी सहमति दी। विपक्ष जहां वक्फ अधिनियम का विरोध कर रहा है, वहीं भाजपा ने 'वक्फ सुधार जागरूकता अभियान' शुरू किया है, जो 20 अप्रैल से 5 मई तक चलेगा। इस पहल के तहत मुस्लिम समुदाय को वक्फ अधिनियम के लाभ बताए जाएंगे।
- TNP NEWS