
नोएडा हाईराइज़ फेडरेशन (एनएचआरएफ) और नोएडा पुलिस ने गुरुवार को गौर ग्रांड्यूर सोसाइटी, सेक्टर 119, नोएडा में साइबर अपराध और डिजिटल गिरफ्तारी पर एक कार्यशाला आयोजित की। इस कार्यशाला में डीसीपी प्रीति यादव, एसीपी ट्विंकल जैन और एसएचओ गोपाल कृष्ण शर्मा ने भाग लिया।
साइबर अपराधियों के तौर तरीकों पर चर्चा
कार्यशाला में डीसीपी प्रीति यादव ने लोगों को साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग में लाए जाने वाली रणनीतियों को बताया कि वे कैसे लोगों को जाल में फंसाते हैं। पहले तो अज्ञात कॉल को अटेंड ना करें और जागरूक रहते हुए उनको कोई पर्सनल फाइनेंशियल डाटा शेयर ना करें। किसी भी फाइनेंशियल लालच से बचें। अज्ञात कॉल से सूचना मिलने पर उसे पहले वेरीफाई करें।
डीसीपी प्रीति यादव ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों से रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि अज्ञात वीडियो कॉल ना उठाएं और साइबर अपराधी ने अगर कोई फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन कर लिया है और डराने या धमकाने की कोशिश करें तो पुलिस को 1930 पर सूचित करें। इस दौरान लोगों ने अपने साथ हुई साइबर क्राइम की घटनाओं को साझा किया। जिनसे बचने के लिए डीसीपी ने समाधान सुझाए।
साइबर क्राइम पर साथ में काम
इस मौके पर नोएडा हाईराइज फेडरेशन अध्यक्ष निखिल सिंघल ने कहा, "हमें अपने लोगों को साइबर अपराध के खतरे के बारे में जागरूक करने और उन्हें ऑनलाइन सुरक्षा के लिए आवश्यक सुझाव प्रदान करने के लिए नोएडा पुलिस के साथ मिलकर काम करने में खुशी हुई।"
कार्यशाला में आशुतोष राय, वाइस प्रेसिडेंट एनएचआरएफ, कपिल मेहरा, सचिव, एनएचआरएफ, नमिता चौबे, संयुक्त सचिव, एनएचआरएफ, डॉ. अजीत सिंह, सचिव, अम्रपाली प्लेटिनम, जी एस पांडे, अध्यक्ष, गौर ग्रांड्यूर, राजकुमार सिंह, अनिरुद्ध गौड़, गौरव असाती, बी एल पण्डिता, गोविंद, बालेश्वर दास बैरागी सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक मौजूद रहे।