
Neetu Pandey, नई दिल्ली: गुरु पूर्णिमा का पर्व 3 जुलाई सोमवार यानी आज मनाई जा रही है. हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन गुरु की महिमा, महत्व और उनके प्रति सम्मान को प्रकट किया जाता है. यह दिन सभी गुरुओं और शिक्षकों के लिए समर्पित किया गया है. इनका हम सभी लोगों की जिंदगी में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. क्योंकि शिक्षक वो लोग होते हैं जो कि व्यक्ति को ज्ञान की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है.
इस दिन वेद व्यास का जन्म हुआ था
इस दिन वेदों के रचयिता महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था. जिसके बाद से ही ये दिन गुरुओं के लिए समर्पित कर दिया गया और उनके जन्मदिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाने लगा. बता दें कि यह पर्व आम तौर पर जून या जुलाई के महीने में आता है. लेकिन इस साल यह 3 जुलाई सोमवार को पड़ रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा की अवधि दो जुलाई को रात 08:20 बजे शुरू होगी और तीन जुलाई को शाम 05:08 बजे समाप्त होगी.
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महर्षि वेदव्यास ने चारों वेदों की रचना की
शास्त्रों के मुताबिक, गुरु पूर्णिमा के दिन ही महर्षि वेदव्यास ने चारों वेद की रचना की थी और इसी कारण से उनका नाम वेद व्यास पड़ा. भारत में प्राचीन काल से ही गुरुओं की भूमिका काफी अहम रही है. चाहे प्राचीन कालीन सभ्यता हो या आधुनिक दौर, समाज के निर्माण में गुरुओं की भूमिका को अहम माना गया है. गुरु ग्रह के दोष की वजह से नौकरी, धन, संतान सुख और विवाह में आ अड़चने आ रही है तो इसे दूर करने के लिए कुछ उपाय लाभकारी साबित हो सकता है. गुरु पूर्णिमा की शाम पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं. 5 परिक्रमा करें और घर के आटे से बना दीपक पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं और प्रार्थना करें. जल्द ही जीवन में धन की कमी दूर होगी.
गुरु पूर्णिमा के दिन करें ये उपाय
गुरु पूर्णिमा के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए. गरीबों को मूंग दाल दान करना चाहिए. गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर करियर और कारोबार की तरक्की के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन बृहस्पति देव को पीले वस्तु अर्पित करें. 'ॐ बृ बृहस्पतये नमः' मंत्र का जाप कम से कम 108 बार जरूर करें. अगर निसंतान दंपति को संतान सुख चाहिए तो इसके लिए इस दिन विष्णु जी को केसर, पीला चंदन, अर्पित करें।गुरु पूर्णिमा पर जरुरतमंदों को गुड़ का दान करना चाहिए.
आप भी अपने गुरु को स्पेशल फील कराने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन कुछ इस तरह भेजें शुभकामनाएं...
1. गुरु को पारस जानिए, करे लौह को स्वर्ण
शिष्य और गुरु, जगत में दो ही हैं वर्ण
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं
2. गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय.
बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय..
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
3. गुरु बिना ज्ञान नहीं, ज्ञान बिना आत्मा नहीं,
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म सब गुरु की ही देन है।
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
4. माता-पिता ने जन्म दिया लेकिन,
गुरु ने जीने की कला सिखाई,
ज्ञान चरित्र और संस्कार की शिक्षा हमने आपसे पाई !
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
5. आपसे से सीखा और जाना,
आप को ही गुरु माना,
सीखा सब आपसे हमने,
कलम का मतलब भी आपसे जाना !
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं




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