
Neetu Pandey, नई दिल्ली: पहलवानों के मुद्दे ने अब नया ट्विस्ट ले लिया है. नाबालिग महिला पहलवान अपने बयानों से पलट गई है. पीड़िता के पिता कहना है कि उसने बृजभूषण पर फर्जी केस दर्ज कराया था जिसे वो उसे वापस ले रहै हैं. पीडिता के इस कदम से धरना दे रहे पहलवानों को बड़ा झटका लगा है. पहलवानों का कहना है मुद्दा लंबा खिंचने की वजह से ये सब हो रहा है.
लंबे समय से धरना दे रहे पहलवानों को बड़ा झटका लगा है. कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोप महिला पहलवान ने वापस ले लिए हैं. यौन शोषण के आरोपों से पलटने के बाद पहलवानों की दिक्कतें बढ़ने लगी हैं. जिसके बाद बृजभूषण के ऊपर मंडराते संकट के बादल छंटते नजर आ रहे है.
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नाबालिग पीड़िता के पिता के मुताबिक उन्होंने बृजभूषण पर यौन शोषण का फर्जी केस दर्ज कराया था. लेकिन अब वो अपनी गलती को सुधारना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने केस वापस लेने का फैसला लिया है. पीडित के पिता का कहना है कि वे चाहते हैं कि सच, अदालत में नहीं, बल्कि अभी सबके सामने आना चाहिए.
नाबालिग रेसलर के इस कदम से पहलवानों को बड़ा झटका लगा है. विनेश फोगाट ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि, ये बेटियां एक-एक करके हिम्मत न हार जायें, इंसाफ की इस लड़ाई में हो रही देरी के कारण? परमात्मा सबको हिम्मत दे. इसके पहले विनेश फोगाट ने इसी मामले से जुड़ा एक और ट्वीट किया था जिसमें लिखा, 'डर और भय के माहौल में क्या बेटियों को इंसाफ़ मिल पाएगा?'
जिसके बाद अब बृजभूषण के माथे पर पड़ी चिंता की लकीरें कम होने लगी हैं. हालांकि बृजभूषण सिंह अभी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. मीडियाकर्मियों के सामने वे तोल मोल के बोल रहे हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि पार्टी आलाकमान ने बृजभूषण को इस मुद्दे पर चुप रहने की नसीहत दी थी. जिसके बाद उन्होंने 5 जून को होने वाली अयोध्या का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया था. बृजभूषण का कहना है कि सरकार ने 15 जून तक का वक्त मांगा है. उसके बाद ही इस मुद्दे पर कुछ बोलेंगे.
आपको बता दें खेलमंत्री अनुराग ठाकुर के निमंत्रण के बाद 7 जून को पहलवान उनके आवास पहुंचे थे. जहां साढे पांच घंटों तक मीटिंग चली थी. इस बैठक के बाद खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने 15 जून तक का वक्त मांगा था. साथ ही 30 जून तक रेसलिंग फेडरेशन के चुनाव कराने की बात बोली थी.
उधर पहलवानों को भी इस इस बैठक के बाद कुछ उम्मीदें जगी हैं. बैठक में शामिल हुए पहलवान बजरंग पूनिया ने बताया कि सरकार ने पहलवानों पर लगे सभी केस वापस लेने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि ये बैठक काफी पहले हो जानी चाहिए थी.
फिलहाल, देखना ये है कि आने वाला वक्त खिलाड़ियों और बृजभूषण के लिए क्या फैसला लेकर आएगा. क्योंकि खेलमंत्री से बातचीत के बाद जहां एक ओर पहलवानों की आस जगी है. वहीं दूसरी ओर नाबालिग द्वारा केस वापस लेने के से खिलाड़ियों को बड़ा झटका लगा है. जिससे उनका मुद्दा अब कमजोर होता नजर आ रहा है.