
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: विवादित फिल्म 'द केरला स्टोरी' पर घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. कई राज्यों ने इसे टैक्स फ्री किया तो कईयों ने बैन कर दिया. इन सबके बीच सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर के बेटे अरूण राजभर की प्रतिक्रिया सामने आई है. अरूण ने पीएम के सामने अपनी मांग रखी है.
बता दें कि ऐसा नहीं है कि किसी फिल्म को लेकर विवाद इस तरह का पहली बार हो रहा हो. इससे पहले कश्मीर फाइल्स और कई अन्य फिल्मों को लेकर भी कुछ इसी तरह का विरोध देखने को मिला था. ये कोई नई बात नहीं है. लेकिन अब ये हो गया है कि ये फिल्म चर्चा में आ गई है. बॉक्स ऑफिस पर इसके कलेक्शन की अगर मैं बात करूं तो 5 दिन में करीब 50 करोड़ की कमाई हुई, 56 करोड़ की कमाई हो चुकी है. आसानी से भारत में 150 से लेकर 200 करोड़ तक ये फिल्म कमाई कर सकती है.
धर्मांतरण पर आधारित और राजनीतिक विमर्श को ध्रुवीकृत करने वाली फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ इन दिनों विवादों के घेरे में हैं. जम्मू से लेकर तमिलनाडु तक इस फिल्म को लेकर राजनीति हो रही है. कर्नाटक के चुनाव में तो इस फिल्म को बड़ा मुद्दा बनाया गया और खुद प्रधानमंत्री मोदी ने फिल्म को तीरकमान पर रखकर विपक्ष पर जमकर निशाने साधे.
वहीं एक ओर इस फिल्म को पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु की सरकारों ने बैन किया तो एमपी, यूपी और उत्तराखंड ने टैक्स फ्री कर दिया है. इसी बीच सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता और ओपी राजभर के बेटे अरूण राजभर का बयान सामने आया है. अरूण राजभर ने फिल्म द केरला स्टोरी का समर्थन किया है.
ये भी पढ़ें- Petrol- Diesel Price Today : पेट्रोल-डीजल के दामों में उतार-चढ़ाव जारी, जानें अपने शहर का रेट
दरअसल, ‘द केरला स्टोरी’ को लेकर अरुण राजभर ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने फिल्म के कई डॉयलॉग का जिक्र करते हुए इसे समाज का आईना बताया. अरूण राजभर ने कहा कि ये कोई सामान्य विषय नहीं है. इसे हर किसी को देखना चाहिए साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों ने इस मूवी को महिलाओं और लड़कियों के लिए टैक्स फ्री करने की मांग की.
जिसके बाद राजनीतिक गलियारों ने चर्चा है कि अरूण राजभर अपने पिता से अलग राह अपना रहे है. बात दें पिछले कई महीनों से सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने बीजेपी पर निशाना साधते रहे हैं. साथ ही तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने फिल्म में नफरत को कथित तौर पर बढ़ावा दिये जाने को लेकर इसकी आलोचना की है.
सुभासपा नेता अरूण राजभर के द केरला स्टोरी को सपोर्ट करने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या ओपी राजभर की बीजेपी से नजदीकियां फिर बढ़ सकती है. देखने वाली बात होगी कि यूपी की राजनीति में क्या परिवर्तन होता है.