
दुबई के अल मकतूम एयरपोर्ट पर शुक्रवार शाम (भारतीय समय 3:40 बजे) एक डेमो फ्लाइट के दौरान भारतीय तेजस फाइटर जेट हादसे का शिकार हो गया। इस दुर्घटना में विमान उड़ा रहे भारतीय पायलट नमन स्याल (35) की मौत हो गई। हादसे का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विमान आसमान से नीचे गिरता दिखा और फिर जमीन पर टकराते ही उसमें आग लग गई।
कौन थे नमन स्याल?
नमन स्याल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के पटियालकर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता गगन कुमार सेना में अफसर रहे और बाद में शिक्षा विभाग से प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुए। माता वीना देवी गृहिणी हैं। नमन की एक बहन भी है।
नमन बचपन से ही सेना और एयरफोर्स की तरफ आकर्षित थे। स्कूल की पढ़ाई के बाद वे लगभग 20 साल की उम्र में ही इंडियन एयरफोर्स में भर्ती हो गए थे। अपनी लगन और कौशल की वजह से वे तेजस जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान उड़ाने वाले चुनिंदा पायलटों में शामिल हुए।
पत्नी भी इंडियन एयरफोर्स की पायलट
नमन की पत्नी अफसान भी भारतीय वायुसेना में पायलट हैं। दोनों की शादी करीब 16 साल पहले दुबई में हुई थी। दोनों का एक 7 साल का बेटी है। परिवार अधिकतर समय दुबई में ही रहता था। नमन समय-समय पर अपने पैतृक गांव आते रहते थे।
गांव में शोक की लहर
नमन स्याल की मौत की जानकारी मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई। नगरोटा बगवां के SDM मुनीश शर्मा ने नमन की शहादत की आधिकारिक पुष्टि की। नमन के माता-पिता उस समय हैदराबाद घूमने गए थे, जब उन्हें यह दुखद खबर मिली। परिवार इस घटना से सदमे में है।
शव अभी भारत नहीं पहुंचा
नमन के पिता ने बताया कि बेटे का शव अभी भारत नहीं आया है और इसे लाने के लिए सरकार से बातचीत जारी है। गांव में लोग लगातार परिवार के घर पहुंच रहे हैं और शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
हिमाचल का एक और वीर सपूत शहीद
हिमाचल प्रदेश ने पहले भी कई बहादुर सैनिक और वायुसेना अधिकारी देश को दिए हैं। नमन स्याल की शहादत से राज्य ने एक और होनहार जवान खो दिया। लोग उन्हें एक बहादुर, शांत स्वभाव और जिम्मेदार अधिकारी के रूप में याद कर रहे हैं।
Saurabh Dwivedi

