
2 दिसंबर मंगलवार को वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रेम कुमार को सर्वसम्मति से बिहार विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया है। प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव ने सदन को इस बात की जानकारी दी कि प्रेम कुमार एकमात्र उम्मीदवार हैं जिनका नाम इस पद के लिए आया है।
कौन हैं प्रेम कुमार और वे कितनी बार विधायक रह चुके हैं?
प्रेम कुमार बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता और गया टाउन सीट से लगातार जीत दर्ज करने वाले प्रभावशाली विधायक हैं। उन्हें पहली बार 1990 में विधायक चुना गया था और तब से वे कभी विधानसभा चुनाव नहीं हारे। गया टाउन क्षेत्र से वे अब तक लगातार 9 बार विधायक रह चुके हैं, जिससे वे बिहार की राजनीति में एक रिकॉर्ड बनाने वाले नेताओं में शामिल हैं।
जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत करने वाले प्रेम कुमार को अति पिछड़ा वर्ग का प्रमुख चेहरा माना जाता है। वे नीतीश कुमार की सरकार में अलग-अलग समय पर 10 से ज्यादा विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। 2015 के विधानसभा चुनावों के बाद उन्हें विपक्ष का नेता चुना गया। 1955 में जन्म प्रेम कुमार ने 1999 में मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की और चंद्र वंशी क्षत्रिय समुदाय से आते हैं।
प्रेम कुमार कब से कब तक विधायक रहे?
प्रेम कुमार गया टाउन सीट से बीजेपी के बेहद मजबूत नेता हैं। उन्होंने यहाँ से 1990, 1995, 2000, फरवरी 2005, अक्टूबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 यानी कुल 9 बार चुनाव जीता है। वे इस सीट से कभी चुनाव नहीं हारे।
2005 में जब नीतीश कुमार की अगुवाई में NDA की सरकार बनी, तो प्रेम कुमार मंत्री बनाए गए। इसके बाद 2010, 2017 और 2020 की सरकारों में भी उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद मिला। 2015 से 2017 तक वे बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।
प्रेम कुमार के स्पीकर बनने से बीजेपी को क्या होगा फायदा?
आम दिनों में विधानसभा स्पीकर की भूमिका औपचारिक होती है, लेकिन राजनीतिक संकट के समय उनका पद बेहद जरूरी हो जाता है। जब अविश्वास प्रस्ताव आ जाए, विधायक टूटने लगें, गठबंधन में दरार हो जाए या कोई दल पाला बदलने लगे ऐसे हालात में असली शक्ति स्पीकर के हाथ में होती है।
इसी वजह से नीतीश कुमार चाहते थे कि विधानसभा स्पीकर का पद जेडीयू के पास रहे। लेकिन इस बार बीजेपी अपनी बात मनवाने में सफल रही और प्रेम कुमार को नया स्पीकर बना दिया गया।
Saurabh Dwivedi



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