
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम दिया है। अब PMO का नाम सेवा तीर्थ कर दिया गया है। इससे एक दिन पहले देश भर के राज भवन को लोक भवन के नाम से जाना जाएगा। वहीं, केंद्रीय सचिवालय का नाम कर्तव्य भवन होगा।
बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया था। पीएम का आधिकारिक निवास भी रेस कोर्स रोड कहलाता था, जिसे 2016 में बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया था।
क्यों बदला गया राज भवन का नाम?
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, “राज भवन” नाम ब्रिटिश काल की सोच को दर्शाता है। पिछले साल राज्यपालों के सम्मेलन में यह बात उठी कि यह नाम जनता से दूर होने का एहसास कराता है। इसीलिए अब राज्यपालों और उप-राज्यपालों के कार्यालयों को “लोक भवन” और उनके रहने के स्थान को “लोक निवास” कहा जाएगा। इसका मकसद है शासन को अधिक जन-केंद्रित और आधुनिक बनाना।
78 साल पुराने साउथ ब्लॉक से PMO शिफ्ट होगा
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) अब पुराने साउथ ब्लॉक से हटकर नए और आधुनिक कैंपस “सेवा तीर्थ” में शिफ्ट होने जा रहा है। यह सेंट्रल विस्टा री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। 14 अक्टूबर को कैबिनेट सचिव टी.वी. सोमनाथन ने सेवा तीर्थ-2 में सेना प्रमुखों के साथ पहली उच्चस्तरीय बैठक भी की।
Saurabh Dwivedi



