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पहलगाम आतंकी हमले में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। एनआईए ने रविवार को पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफोर्म एक्स पर पोस्ट करके दी।
पाकिस्तान नागरिक थे तीन आतंकी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम परवेज अहमद और बशीर अहमद है। एनआईए ने जानकारी दी की परवेज अहमद जोथर पहलगाम के बटकोट और बशीर अहमद जोथरव पहलगाम के हिल पार्क का निवासी था। दोनों ने पहलगाम हमले में शामिल तीन सशस्त्र आतंकवादियों की पहचान का खुलासा किया है, इसके साथ ही यह भी पुष्टि की कि वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे।
परवेज और बशीर ने दी थी पनाह
एनआईए ने अपनी जांच का हवाला देते हुए बताया कि परवेज और बशीर ने हमले से पहले जानबूझकर तीन सशस्त्र आतंकवादियों को हिल पार्क स्थित एक झोपड़ी में पनाह दी थी। दोनों ने आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और सैन्य सहायता प्रदान की थी, जिन्होंने उस दुर्भाग्यपूर्ण दोपहर को धार्मिक पहचान के आधार पर पर्यटकों को चुन-चुन कर मार डाला, जिससे यह अब तक का सबसे भीषण आतंकवादी हमला बन गया।
बता दें कि एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 19 के तहत इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम हमले के बाद दर्ज किए गए आरसी-02/2025/एनआईए/जेएमयू मामले की आगे की जांच कर रही है, जिस दौरान एजेंसी को यह बड़ी सफलता प्राप्त हुई।
पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों ने गवाई थी जान
22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में पांच सशस्त्र आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर हमला कर दिया गया था। इस दौरान आतंकियों ने धर्म पूछने के बाद हिंदू पुरुषों पर गोली मारी थी। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
-Shraddha Mishra