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पश्चिम एशिया में युद्ध विराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार दावे कर रहे हैं। इसी बीच उन्होंने एक बार फिर से सीजफायर को लेकर पोस्ट किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी बात को दोहराया कि पश्चिम एशिया में युद्ध विराम लागू है और इसका उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए।
बता दें कि ट्रंप ने आज सुबह 3 बजकर 30 मिनट सबसे पहले सीजफायर का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि यह अगले 6 घंटे में लागू हो जाएगा। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि, "युद्ध विराम अब प्रभावी है। कृपया इसका उल्लंघन न करें!"
सीजफायर को लेकर ट्रंप
ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा करते हुए कहा था कि इजरायल और ईरान "पूर्ण और समग्र युद्ध विराम" पर सहमत हो गए हैं, जो तेहरान द्वारा मध्य पूर्व में अमेरिकी वायु सेना के ठिकानों को निशाना बनाए जाने के कुछ ही घंटों बाद संघर्ष को समाप्त कर देगा।
ट्रुथ सोशल पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि मंगलवार को समझौते के लागू होने से पहले इजरायल और ईरान अगले छह घंटों में अंतिम वार-पलटवार करेंगे। अपने ट्रुथ सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने लिखा था कि "ईरान युद्ध विराम की शुरुआत करेगा और 12वें घंटे पर इजरायल युद्ध विराम की शुरुआत करेगा और 24वें घंटे पर 12 दिवसीय युद्ध का आधिकारिक अंत हो जाएगा।"
ईरान ने फिर से इजरायल में मिसाइलें दागीं
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के ठीक बाद, ईरान ने फिर से इजरायल में मिसाइलें दागीं। इजरायल के एक मीडिया संस्था द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार दक्षिणी शहर में एक आवासीय इमारत पर हुए हमले में बीरशेबा में 4 लोग मारे गए और कई घायल हो गए।
13 जून को शुरू हुआ था संघर्ष
संघर्ष 13 जून को शुरू हुआ जब इजरायल ने ईरानी सैन्य और परमाणु स्थलों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमला किया, जिसका कोडनेम "ऑपरेशन राइजिंग लायन" था। जवाबी कार्रवाई में, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3' नामक एक बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल अभियान शुरू किया, जिसमें इजरायली लड़ाकू जेट ईंधन उत्पादन सुविधाओं और ऊर्जा आपूर्ति केंद्रों को निशाना बनाया गया।
वहीं, रविवार की सुबह अमेरिका द्वारा "ऑपरेशन मिडनाइट हैमर" के तहत ईरान के तीन प्रमुख परमाणु प्रतिष्ठानों पर सटीक हवाई हमले किए जाने के बाद तनाव और बढ़ गया। ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य प्रतिष्ठानों पर कई मिसाइलें दागीं, जिनमें कतर में अल उदीद एयर बेस भी शामिल है- जो इस क्षेत्र में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है।
-Shraddha Mishra