
ईरान-इजराइल के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है इस युद्ध की शुरुआत इजरायली सेना द्वारा तेहरान और उसके आसपास स्थित परमाणु ठिकानों पर हमलों से हुई। कई ठिकानों पर इजरायल को सफलता मिली, लेकिन... ईरान का एक अत्यंत सुरक्षित परमाणु संयंत्र – फोर्डो न्यूक्लियर फ्यूल प्लांट अब भी पूरी तरह सुरक्षित है।
चट्टानों के नीचे बसा फोर्डो, रूसी सुरक्षा कवच से लैस
ईरान की राजधानी तेहरान से 125 मील दूर, एक पहाड़ी के नीचे करीब 300 फीट गहराई में स्थित फोर्डो प्लांट। बताया जाता है यहीं पर ईरान U-235 (Highly Enriched Uranium) का उत्पादन करता है, जो परमाणु बम बनाने में प्रमुख भूमिका निभाता है। 80–90 मीटर मोटी चट्टानों के नीचे बना ईरान का ये फोर्डो प्लांट रूसी S-300 एयर डिफेंस सिस्टम और भारी सैन्य तैनाती से सुरक्षित किया गया है।
बंकर बस्टर बम ही तोड़ सकता है ईरान के फोर्डो की सुरक्षा दीवार
बता दे ईरान के इस फोर्डो परमाणु प्लांट को नष्ट करने के लिए बहुत ही शक्तिशाली बम की जरूरत होगी और वो बम केवल अमेरिका के पास है। इसे तबाह करने के लिए बंकर बस्टर बम की जरूरत होगी. बंकर बस्टर बम जमीन की सतह के काफी नीचे जाकर विस्फोट करते हैं। अमेरिका का विशेष बम – GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर ही ईरान के इस फोर्डो परमाणु प्लांट को नष्ट कर सकता है। GBU-57 का वजन लगभग 13,600 किलोग्राम है और इसे खासतौर पर गहरी सुरंगों और मजबूत बंकरों पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है।
ट्रंप की चेतावनी: ईरान को रोकना है तो फोर्डो को खत्म करना होगा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार फोर्डो प्लांट पर हमले की संभावना जता चुके हैं। उनका मानना है कि अगर ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकना है, तो इस संयंत्र को नष्ट करना जरूरी है। हालांकि, उन्होंने अब तक यह साफ नहीं किया है कि अमेरिका इस मामले में इजरायल का समर्थन करेगा या नहीं।
फोर्डो को तबाह करने से पीछे हटा अमेरिका तो...
इसी बीच, रिपोर्ट्स के अनुसार अगर अमेरिका पीछे हटता है, तो इजरायल खुद फोर्डो प्लांट को नष्ट करने के लिए परमाणु हथियारों का विकल्प चुन सकता है। हिब्रू मीडिया को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हमारे पास अपने दम पर ईरान के सभी न्यूक्लियर ठिकानों को खत्म करने की क्षमता है, फोर्डो भी उनमें शामिल है।" ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इजरायल फोर्डो परमाणु प्लांट को तबाह करने के लिए कम क्षमता वाले परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है.
फोर्डो बना रणनीतिक संघर्ष का केंद्र, आगे क्या?
फोर्डो प्लांट फिलहाल ईरान की सबसे बड़ी ताकत और दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। आने वाले हफ्ते इस संघर्ष में निर्णायक मोड़ ला सकते हैं।
Published By-Anjali Mishra