
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी से सवाल किया कि क्या वह अपने पति राज कुंद्रा के खिलाफ 60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में सरकारी गवाह बनने पर विचार कर सकती हैं। कोर्ट ने यह सुझाव सुनाया कि गवाही देने से मामले की जांच में मदद मिल सकती है।
शिल्पा की यात्रा और बहाना
शिल्पा के वकीलों ने अदालत को बताया कि उन्हें लोकप्रिय यूट्यूबर मिस्टरबीस्ट के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बुलाया गया है। उनके यात्रा टिकट भी पहले ही प्राप्त हो चुके हैं।
यात्रा की तिथि: 22 से 27 अक्टूबर 2025
उनके बेटे के साथ यात्रा होगी
शिल्पा की मां और बेटी मुंबई में कुंद्रा के साथ रहेंगी
वकीलों ने स्पष्ट किया कि यह यात्रा उनके काम से संबंधित है और उनका अन्य कोई मामला नहीं है।
शिकायतकर्ताओं का विरोध
शिकायतकर्ता के वकीलों ने यात्रा की अनुमति पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि शिल्पा ने पहले भी उसी तारीखों में कोलंबो जाने की अनुमति मांगी थी और अब इसे पेशेवर यात्रा बताना सही नहीं है।
अदालत ने पूछा कि पेशेवर यात्रा साबित करने के लिए कोई औपचारिक कार्य समझौता क्यों नहीं था। जवाब में वकील ने कहा कि जब तक अदालत अनुमति नहीं देती, कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
सरकारी गवाह का सुझाव
मुख्य न्यायाधीश चंद्रशेखर ने कुंद्रा का जिक्र करते हुए चुटकी ली:
"आप आरोपी नंबर 1 के खिलाफ सरकारी गवाह क्यों नहीं बन जाते?"
सरकारी गवाह वह होता है जो संभावित सजा में छूट या हल्की सजा के बदले अन्य अभियुक्तों के खिलाफ गवाही देता है।
शिल्पा का सहयोग
वकील ने कहा कि शिल्पा ने जांच में पूरा सहयोग किया है। उनके खिलाफ कोई सीधा आरोप नहीं है, केवल यह कि वह कुंद्रा की एक कंपनी में निदेशक थीं और कुछ धन प्राप्त किया था।
राज कुंद्रा पर आरोप
इस मामले में राज कुंद्रा और उनके सहयोगियों पर निवेशकों को धोखा देने का आरोप है। कुल मिलाकर 60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और जालसाजी की जांच जारी है।
अदालत की अगली सुनवाई
अदालत ने शिल्पा की यात्रा याचिका को लंबित रखा है और अगले गुरुवार, 16 अक्टूबर को मामले की सुनवाई फिर से होगी।
Saurabh Dwivedi






